संदीप माहेश्वरी के ज़िन्दगी बदलने वाले प्रेरणादायक कोट्स

क्या आप संदीप माहेश्वरी को जानते हैं? अगर नहीं, तो आज जान जाइए। क्योंकि ये एक ऐसा शख्स हैं जो आपकी ज़िंदगी बदल सकता हैं। कहने को तो “संदीप” एक आम-सा नाम है, और आप संदीप नाम के बहुत से लोगों को जानते होंगे।

लेकिन आज हम जिस संदीप के बारे में बताने जा रहे हैं वो स्पेशल हैं। क्योंकि इस संदीप ने न सिर्फ अपनी ज़िंदगी चेंज की हैं, बल्कि सेमिनार करके लाखों-करोड़ों लोगों को एक बेहतर ज़िंदगी जीने के लिए इंस्पायर किया हैं। आइए जानते हैं ऐसे कोट्स जो आपकी ज़िंदगी बदल सकते हैं।

संदीप माहेश्वरी के प्रेरणादायक कोट्स

अगर मेरे जैसा लड़का जो दब्बू था, जो शर्माता था, वो अगर स्टेज पर आकर बोल सकता है तो दुनिया का कोई भी आदमी कुछ भी कर सकता है।

ज़िन्दगी में कभी भी कुछ करना है तो सच बोल दो, घुमा-फिरा कर बात मत करो।

आज मैं जो कुछ भी हूँ, अपनी असफलताओं की वजह से हूँ।

सफलता अनुभव से आती है और अनुभव बुरे अनुभव से।

जो लोग अपनी सोच नहीं बदल सकते वो जिंदगी में कुछ नहीं बदल सकते।

तुम अपने दिमाग को नियंत्रित कर लो, नहीं तो फिर यह तुम्हें नियंत्रित करेगा।

किसी भी काम में अगर आप अपना 100% देंगे तो आप सफल हो जाएंगे।

पैसा उतना ही ज़रूरी है जितना कार में पेट्रोल, न कम, न ज्यादा।

जिस व्यक्ति ने अपनी आदतें बदल लीं उसका कल अपने आप बदल जाएगा, और जिसने नहीं बदलीं, उसके साथ कल भी वही होगा जो आज तक होता आया है।

अगर आप उस इंसान की तलाश कर रहे हैं जो आपकी ज़िन्दगी बदलेगा, तो आईने में देख लें।

अगर आप महानता हासिल करना चाहते हैं तो इजाजत लेना बंद कीजिए।

गलतियां इस बात का सबूत हैं कि आप कम से कम प्रयास तो कर रहे हैं।

एक ‘इच्छा’ कुछ नहीं बदलती, एक ‘निर्णय’ कुछ बदलता है, लेकिन एक ‘निश्चय’ सब कुछ बदल देता है।

सफलता हमेशा अकेले में गले लगाती है, लेकिन असफलता हमेशा सबके सामने तमाचा मारेगी, यही जीवन है।

चाहे तालियां गूँजें या फीकी पड़ जाएँ, अंतर क्या है? इससे मतलब नहीं है कि आप सफल होते हैं या असफल, बस काम करिए, कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता।

मैं सिर्फ अच्छे भाग्य को मानता हूँ, बुरे भाग्य नाम की इस दुनिया में कोई चीज नहीं, क्योंकि जो होता है अच्छे के लिए होता है। इसका मतलब हमारे साथ कुछ बुरा भी हो रहा है तो बुरा लग रहा है बुरा है नहीं, आज बुरा लग रहा है आगे आने वाले समय पर पता चलता है कि वो भी अच्छे के लिए हुआ है।

वो क्या सोचेगा… ये मत सोचो… वो भी यही सोच रहा है। एक समय लोग मुझसे कहते थे… ये ले दस रुपये और मेरी फोटो खींच दे… अगर मैं यही सोचता कि लोग क्या कहेंगे तो मैं आज यहाँ नहीं होता… “दुनिया का सबसे बड़ा रोग, क्या कहेंगे लोग”।

सीखो सबसे, परन्तु अनुसरण किसी का मत करो।

अगर आपके पास ज़रूरत से ज़्यादा है तो उसे उनसे बाँटिए जिन्हें इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत है।

मैं इस वजह से सफल नहीं हूँ कि कुछ लोगों को लगता है कि मैं सफल हूँ। मैं इस वजह से सफल हूँ कि मुझे लगता है कि मैं सफल हूँ।

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Shiv Kumar

Shiv Kumar

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